अक्सर लोगों को रात के समय पैरों में जलन की शिकायत होती है। यह समस्या हल्की चुभन से लेकर तेज़ गर्माहट तक हो सकती है। यह जलन नींद में खलल डालती है और आराम में बाधा बनती है। आइए जानते हैं इसके पीछे की कुछ सामान्य वजहें क्या हो सकती हैं।
आइए जानते हैं, रात में बिस्तर में पैर जलने का क्या कारण है: –
सबसे आम कारण है पैरों की नसों में परेशानी होना। जब नसें सही से काम नहीं करतीं, तो पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन या जलन महसूस हो सकती है। यह समस्या डायबिटीज़ (मधुमेह) वालों में ज़्यादा देखने को मिलती है।
अगर शरीर में विटामिन B12, B6 या फोलिक एसिड की कमी हो जाए तो भी पैरों में जलन महसूस हो सकती है। यह विटामिन नसों की सेहत के लिए ज़रूरी होते हैं। इनकी कमी से तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है और जलन की समस्या शुरू हो सकती है।
डायबिटिक मरीजों को अक्सर रात में जलन होती है क्योंकि ज्यादा शुगर नसों को नुकसान पहुंचाता है। इस कारण नसों की संवेदनशीलता कम हो जाती है और पैरों में गर्माहट या जलन का एहसास होता है।
गलत जूते या मोजे पहनना
सारा दिन टाइट जूते या सिंथेटिक मोजे पहनने से भी पैरों की त्वचा सांस नहीं ले पाती। इससे जलन या खुजली हो सकती है, जो रात को सोते समय ज़्यादा महसूस होती है।
अगर थायरॉइड संतुलित नहीं है या किडनी की समस्या है तो शरीर में टॉक्सिन्स (विषैले तत्व) जमा हो सकते हैं, जिससे पैरों में जलन या भारीपन महसूस हो सकता है।
जलन हल्की हो तो घरेलू उपायों से ठीक हो सकती है, लेकिन अगर ये रोज़ हो रही है या नींद में खलल डाल रही है, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। यह किसी अंदरूनी समस्या का संकेत भी हो सकता है।
डॉ नवीन तिवारी
परामर्श न्यूरोलॉजिस्ट।