माइग्रेन एक प्रकार का दर्द है जो मस्तिष्क में होता है और जो व्यक्ति को बेहद तकलीफ़ देता है। यह आमतौर पर एक बार या दो बार महीने में होता है, लेकिन कई लोगों को यह बार-बार होता है और उन्हें इसका अनुभव हमेशा रहता है। माइग्रेन के रोगी को अक्सर उबकाई, चक्कर आना, या उदासी का अहसास होता है।
उचित उपचार, स्वस्थ जीवनशैली, और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लेना माइग्रेन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे खानपान में बदलाव, तनाव, या धूप में लंबे समय तक रहना। कुछ लोगों को खाने में विशेष पदार्थों से माइग्रेन हो सकता है।
माइग्रेन के उपचार कई प्रकार के हो सकते हैं। आपका डॉक्टर आपको कुछ दवाएं दे सकता है। इन दवाओं में दर्द और चक्कर आने को कम करने वाली और आराम प्रदान करने वाली दवाएँ शामिल होती हैं।
कुछ लोग योग और ध्यान का अभ्यास करते हैं जो उन्हें माइग्रेन की तकलीफ़ से राहत प्रदान कर सकता है।
कई लोगों को लगता है कि माइग्रेन हमेशा के लिए ठीक हो सकता है, लेकिन यह सच नहीं है। माइग्रेन के उपचार में सफलता हो सकती है, लेकिन इसे हमेशा के लिए खत्म नहीं किया जा सकता है। कुछ लोगों को समय-समय पर अधिक संक्रामक कारणों के कारण माइग्रेन होता रहता है।
माइग्रेन के उपचार में सफलता के लिए व्यक्ति को खुद की देखभाल करनी चाहिए। उन्हें अपने खान-पान और व्यवहार में संशोधन करना चाहिए और तनाव को कम करने के लिए प्रयास करना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह और उपचार की निरंतर अनुसरण करना भी महत्वपूर्ण है। अगर माइग्रेन बार-बार होता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना सुझावित है, क्योंकि यह दूसरी समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।
डॉ नवीन तिवारी
परामर्श न्यूरोलॉजिस्ट।