शिशुओं में दिमागी बुखार के लक्षण – डॉ. नवीन तिवारी – एशियन न्यूरो सेंटर

दिमागी बुखार की जाँच कैसे होती है?, निदान – एशियन न्यूरो सेंटर
December 12, 2022
सिर में चोट लगने से कौन सी बीमारी हो सकती है? - डॉ. नवीन तिवारी - एशियन न्यूरो सेंटर
सिर में चोट लगने से कौन सी बीमारी हो सकती है? – डॉ. नवीन तिवारी – एशियन न्यूरो सेंटर
December 23, 2022
Show all

शिशुओं में दिमागी बुखार के लक्षण – डॉ. नवीन तिवारी – एशियन न्यूरो सेंटर

शिशुओं में दिमागी बुखार | Brain Fever/ Meningitis in Babies

बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर होती है, जिसकी वजह से बच्चे आसानी से किसी भी रोग का शिकार बन सकते हैं। अगर आपके बच्चे को तेज सिर दर्द और स्किन रैश की समस्या होती है तो यह दिमागी बुखार हो सकता है। अगर इस बीमारी का समय पर इलाज न किया जाए तो यह गंभीर समस्या बन सकती है।

दिमागी बुखार की वजह से बच्चे और उसके माँ-बाप को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है | ज़ाहिर सी बात है बच्चे को तकलीफ में देखर माँ-बाप को भी तकलीफ होती है| बच्चे को ज़्यादा दिक्कत न झेलनी पड़े इसलिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें |

डॉक्टर सही से बता सकेंगे की बच्चे की स्थिति ठीक है या ख़राब | कुछ बच्चे बिना इलाज के  ही कुछ दिनों में ठीक हो जाते है परन्तु सवके साथ ऐसा नहीं होता बोहोत से बच्चो को इलाज की सख्त ज़रूरत होती है |

शिशुओं में दिमागी बुखार के लक्षण | Symptoms of Brain Fever/ Meningitis in Babies

बच्चों में दिमागी बुखार के लक्षण उनके बैक्टीरिया पर निर्भर करते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में हर बच्चे को अलग-अलग लक्षण महसूस हो सकते हैं। बच्चों के दिमागी बुखार के कुछ आम लक्षणो में शामिल हैं:

  • बच्चे चिड़चिड़े हो सकते हैं, नींद बहुत आना या जागना मुश्किल हो सकता है। उन्हें उठा कर हिलाने पर भी उन्हें दिलासा देना मुश्किल हो सकता है। उन्हें बुखार भी हो सकता है
  • पीलिया (त्वचा का पीलापन)
  • शरीर और गर्दन में अकड़न
  • सामान्य से कम तापमान
  • तेज़ रोना
  • सर के ऊपर कुछ फुला महसूस होना
  • शिशु अपने शरीर को सख्त स्थिति में पकड़ सकते हैं और अपना सिर पीछे की ओर झुका कर रख सकते हैं।
  • तेजी से साँस लेने।

यदि किसी बच्चे को बुखार है, बीमार दिखाई देता है, और दाने विकसित हो जाते हैं, तो तुरंत चिकित्सा देखभाल लें। जिन शिशुओं में कोई भी लक्षण है जो दिमागी बुखार हो सकता है, उन्हें उन्हें तुरंत डॉक्टर की देखभाल मिलनी चाहिए।

डॉ नवीन तिवारी

डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *