लेटते या सोते समय चक्कर आये तो हो जाएं सावधान, ये पोजीशनल वर्टीगो BPPV हो सकता है – डॉ. नवीन तिवारी

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लेटते या सोते समय चक्कर आये तो हो जाएं सावधान, ये पोजीशनल वर्टीगो BPPV हो सकता है – डॉ. नवीन तिवारी

मानव शरीर मे समय के साथ और विभिन्न कारणों की वजह से कई तरह की बीमारियां निवास करने लगती हैं। इनमे से कई बीमारियां ऐसी होती है जो दिखने में सामान्य लगती है लेकिन रोगी की दिनचर्या पर असर डालती है और साथ ही लम्बे समय में कई अन्य तरह की समस्याए भी पैदा करती है। कई बार लोगो को लेटते या सोते समय चक्कर आते हैं। इस समस्या को काफी सारे लोग नजरअंदाज करते हैं लेकिन लेटते सोते समय चक्कर आने पर व्यक्ति को पोजीशनल वर्टिगो बी पी पी वी भी हो सकता है।

पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी के प्रकार | Types of Positional Vertigo Benign Paroxysmal Positional Vertigo (B P P V)

अगर आप पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी की सटीक जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो आपको इसके प्रकारो के बारे में भी पता होना चाहिए, जो कुछ इस प्रकार है:

केनलिथीसिस: इस तरह के पोजिशनल वर्टिगो में कान की नलिकाओं में तरल पदार्थ के स्वतंत्र कण मुक्त गति के साथ घूमते है।

कुपुलोलिथीसिस: इस तरह के पोजिशनल वर्टिगो में कान की नलिकाओं में कण कुपुला से चिपक जाते है। यह काफी कम लोगो में होता है लेकिन अधिक समय तक रह सकता है।

पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी के लक्षण | Symptoms of Positional Vertigo BPPV

सबसे पहले अगर आप पोजीशन वर्टिगो बी पी पी वी के बारे में नहीं जानते तो जानकारी के लिए बता दे की पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी के लक्षण कुछ इस प्रकार है:

  • अधिक चक्कर आना
  • स्थान में परिवर्तन आने करने पर आने वाले चक्कर
  • जी मचलना या मन खराब होना
  • उल्टी का मन होना या उल्टी होना

पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी होने पर इस तरह से चक्कर कुछ क्षण के लिए आते है। इस बीमारी के कई बार लक्षण अचानक गायब हो जाते है और फिर वापस आ जाते हैं।

लेटते या सोते समय चक्कर आये तो हो जाएं सावधान, ये पोजीशनल वर्टीगो BPPV हो सकता है

पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी के कारण | Positional Vertigo Due to BPPV

पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी की बीमारी को लोग अक्सर नजर अंदाज करते है इसे इस तरह से नजर अंदाज करना कई तरह की अन्य समस्याओ को निमंत्रण देना होता है।

अगर बात की जाये पोजीशन वर्टिगो के कारणों की तो वह कुछ इस प्रकार है:

  • मुख्य रूप से सिर में चोट लगने जैसे कारणों की वजह से पोजिशनल वर्टिगो बीपीपीवी होता है।
  • लम्बे समय तक बेड रेस्ट करने की वजह से भी पोजिशनल वर्टिगो बीपीपीवी हो सकता है।
  • व्रद्धावस्था के चलते अर्थात समय के साथ भी पोजिशनल वर्टिगो बीपीपीवी की समस्या आ सकती है।
  • कान में हुए किसी तरह के संक्रमण की वजह से भी पोजीशन वर्टिगो बीपीपीवी हो सकता है।
  • कान से जुड़े किसी तरह के ऑपरेशन के बाद भी इस तरह की समस्या देखी जा सकती है।

पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी का इलाज है जरूरी | Treatment of Positional Vertigo BPPV is Essential

चक्कर आने की समस्या को कई लोग सामान्य समझकर नजर अंदाज करते है लेकिन अगर सोते समय या लेटते हुए चक्कर आये तो यह पोजिशनल वर्टिगो बी पी पी वी हो सकता है। लम्बे तक होने पर यह बीमारी रोगी के शरीर में अंसतुलन स्थापित करते हुए कई अन्य समस्याओ को निमंत्रण दे सकती है। ऐसे में इस बीमारी का इलाज जरूरी है।

इस समस्या के इलाज के विषय में अधिक जानने हेतु एशियन न्यूरो सेंटर से संपर्क जरूर करे।

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