एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस के लक्षण, जोखिम – एशियन न्यूरो सेंटर

एमियोट्रोफिक लैटरल स्लेरोसिस क्या है?, कारण, लक्षण - एशियन न्यूरो सेंटर
एमियोट्रोफिक लैटरल स्लेरोसिस क्या है?, कारण, लक्षण – एशियन न्यूरो सेंटर
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एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (एएलएस) यह एक तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) से जुडी एक गंभीर बीमारी है। यह स्पाइन कॉर्ड की नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। इसकी वजह से मरीज की मांसपेशियों पर नियंत्रण धीरे-धीरे कम होने लगता है। यह एक न्यूरोमस्कुलर बीमारी है, जो जेनेटिक भी हो सकती है। यह केवल मोटर न्यूरोन को प्रभावित करता है। इसलिए एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस बीमारी दिमाग को प्रभावित नहीं करता है। इस बीमारी में 40 साल से लेकर 70 साल तक के लोग इस बीमारी की चपेट में आते है।

एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस के लक्षण, जोखिम - एशियन न्यूरो सेंटर

एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस के लक्षण | Symptoms of Amyotrophic Lateral Sclerosis

एएलएस के शुरुआती चरणों में आमतौर पर कोई दर्द नहीं होता है, और बाद के चरणों में दर्द असामान्य होता है। एएलएस आमतौर पर आपके मूत्राशय पर नियंत्रण या आपकी इंद्रियों को प्रभावित नहीं करता है। आइए जानते हैं, एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस के कुछ ये लक्षण शरीर में देखे गए है जैसे की: –

  • मांसपेशियों में ऐंठन आना|
  • चलते समय लड़खड़ाहट और गिरना
  • बोलने में दिक्कत आना|
  • हाथों और बाजुओं में नियंत्रण खो देना|
  • सांस लेने में दिक्कत आना|
  • लगातार थकान महसूस होना|
  • कुछ भी निगलने में दिक्कत आना|
  • बिन बात के आँखों में आशु आना|
  • कंधों व जीभ में मरोड़ की समस्या आना|
  • व्यवहार में बदलाव आना|
  • खाने को चबाने में दिक्कत आना|

एएलएस अक्सर हाथों, पैरों या अंगों में शुरू होता है, और फिर आपके शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है और तंत्रिका कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, आपकी मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। यहां तक की चबाने, निगलने, बोलने और सांस लेने को प्रभावित करता है।

एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस में जोखिम कारक | Risk factors in Amyotrophic Lateral Sclerosis

एमियोट्रोफिक लैटरल स्लेरोसिस (एएलएस) के लिए स्थापित जोखिम कारकों में शामिल हैं:

वंशागति (हेरिडिटी):  एएलएस वाले 5 से 10 प्रतिशत लोगों को यह विरासत में मिला (पारिवारिक एएलएस ) हैं। पारिवारिक एएलएस वाले अधिकांश लोगों में, उनके बच्चों में रोग विकसित होने की 50-50 संभावना होती है।

आयु: एएलएस का जोखिम उम्र के साथ बढ़ता है, और 40 की उम्र और 60 उम्र  के मध्य के बीच  में सबसे आम है।

लिंग:  65 वर्ष की आयु से पहले, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में एएलएस का विकास थोड़ा अधिक होता है।

एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस से संबंधित और भी अधिक जानकारी के लिए एशियन न्यूरो सेंटर पर सम्पर्क करे|

डॉ नवीन तिवारी

डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर

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