माइग्रेन एक प्रकार का भयानक सर दर्द है जो मस्तिष्क के एक तरफ होता है। यह एक सामान्य अक्षम मस्तिष्क विकार है जो अधिक्तर युवास्था और 35 से 45 वर्ष की आयु के लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। इस तरह का सर दर्द काफी अलग होता है, काफी तेज़ और कभी-कभी बर्दाश्त के बाहर हो जाता है। कुछ लोगों को हर हफ्ते एक से ज़्यादा बार इस भयानक सर दर्द का सामना करना पड़ता है।
माइग्रेन से होने वाली विभिन्न परेशानी | Various Problems Caused by Migraine
माइग्रेन एक मस्तिष्क से जुड़ा विकार है जिसपे रोक न लगाने पर यह दूसरी शारीरिक बिमारियों को बढ़ावा दे सकता है। अगर आप माइग्रेन जैसी बीमारी का सामना कर रहे है तो आपको भी हो सकती ही यह तक़लीफ़े।
माइग्रेन से जुड़ी कुछ परेशानियों के बारे में आगे बात की गयी है। विस्तार से जानने के लिए पूरा पढ़ें।
- स्ट्रोक: इस बात के बहुत कम प्रमाण है की माइग्रेन एक स्ट्रोक को ट्रिगर कर सकता है, या फिर दोनों चीज़े एक ही समय में प्रभावित हो सकती है। लेकिन फिर भी, जो लोग माइग्रेन का सामना कर रहे हैं, उनको स्ट्रोक की सम्भावना अधिक होती है। जैसे महिलाओं में, 45 वर्ष से कम आयु के लोग में सम्भावना ज़ादा होती है।
- हाई ब्लड प्रेशर: अभी तक अध्ययनों को उच्च रक्तचाप और माइग्रेन के बिच कोई ठोस संबंध नहीं मिला है। परन्तु इस बात का प्रमाण है की उच्च रक्तचाप से आपको इस प्रकार का सर दर्द अधिक हो सकता है।
- पीटीइसडी: यदि आप माइग्रेन से पीड़ित है, तो आपको पोस्टट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पी टी इ स डी) होने की अधिक सम्भावना हो सकती है। एक अध्ययन से पता चला है की अगर आपको माइग्रेन है तो पीटीइसडी होने की सम्भावना 5 गुना अधिक है।
- अवसाद और चिंता: जिन लोगों को माइग्रेन होता है, उनमें यह दोनों स्थितियों के होने की सम्भावना अधिक होती है।
- मतली और उलटी: माइग्रेन का सर दर्द इतना तेज़ होता है की रोगी को बार बार यह दोनों चीज़े परेशान करती है।
डॉ नवीन तिवारी
डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर