दिमाग की थैलियों में पानी भर जाने के कारण मस्तिष्क में सूजन पैदा होने लगती है। इसका इलाज संभव है। समय से इलाज शुरू न होने पर यह स्तिथि और गंभीर हो जाती है। मस्तिष्क कार्य करना बंद कर देता है और जान को खतरा भी हो सकता है।
दिमाग के अंदर किसी तरह की रुकावट से यह बीमारी जन्मजात हो सकती है जैसे दिमाग की टीबी होने से, समय से पूर्व पैदा हुए बच्चों के मस्तिष्क में खून बहने से, ब्रेन ट्यूमर होने से और ब्रेन हैमरेज होने पर भी यह बीमारी हो सकती है।
इसमें मस्तिष्क में अधिक द्रव जमा होने से दबाव बढ़ जाता है, जिससे मस्तिष्क खराब हो सकता है। दिमाग में पानी भर जाने का इलाज कई अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। ज्यादातर मामलों में इसका इलाज सर्जरी ऑपरेशन करके ही किया जाता है।
दिमाग में पानी भरने का इलाज करना बहुतही आवश्यक है यदि इसका इलाज न किआ जाए तो समस्या बढ़ सकती है। मस्तिष्क को क्षति पहुंचे इस से पहले इलाज होना जरुरी है| आगे होने वाली मस्तिष्क में खराबी को रोकने के लिए इलाज किया जाता है।
डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर