माइग्रेन मे क़्या सावधानियां रखनी चाहिए – डॉ नवीन तिवारी

इंदौर मे गर्दन दर्द का बेहतर इलाज – डॉ नवीन तिवारी, asianneurocentre.com
February 10, 2022
माइग्रेन में क्या खा सकते हैं, What Can Eat in Migraine - Dr. Navin Tiwari
माइग्रेन में क्या खा सकते हैं, What Can Eat in Migraine – Dr. Navin Tiwari
February 14, 2022
Show all

माइग्रेन मे क़्या सावधानियां रखनी चाहिए – डॉ नवीन तिवारी

माइग्रेन मे क़्या सावधानियां रखनी चाहिए, Precautions in Migraine - डॉ नवीन तिवारी

माइग्रेन सिरदर्द का एक प्रकार है और यह बहुत तरह का होता है। सामान्य माइग्रेन में सिरदर्द, उल्टी, चक्कर, रोशनी व आवाज के प्रति संवेदनशीलता होता है। बहुत बार माइग्रेन में नजर के कुछ हिस्से का प्रभावित होना, शरीर के कुछ हिस्से या एक तरफ के हिस्से में झनझनाहट होना और एक तरफा आंख से दिखाई देना आदि । मुश्किल हो जाती है।

माइग्रेन में क्या सावधानियां रखनी चाहिए ? | What Precautions Should be Taken in Migraine?

माइग्रेन मे क़्या सावधानियां रखनी चाहिए इसको मेने निम्न रूप के माध्यम से बताया है :–

  • हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबित, बायोफीडबैक, योग, एक्यूप्रेशर और नियमित व्यायाम आदि से माइग्रेन के दौरे को घटाने में मदद मिलती है ।
  • माइग्रेन से बचने के लिए सिरदर्द उत्पन्न करने वाले कारणों से बचना चाहिए, जैसेकी ऊंची आवाज बोलना या ऊंची आवाज में गाने सुनना, तनावग्रस्त रहना आदि ।
  • दर्दनिवारक दवाओं का कम प्रयोग करना चाहिए ।
  • जो आपकी दिनचर्या है उसका सही ढंग से पालन करना चाहिए ।
  • समय पर सोना व जगना चाहिए ।
  • रोज व्यायाम करना चाहिए ।
  • अधिक देर तक भूखे ना रहें ।
  • बहुत तेज एवं चुभने वाले रोशनी से बचना चाहिए ।

माइग्रेन मे क़्या सावधानियां रखनी चाहिए -  डॉ नवीन तिवारी

माइग्रेन होने के कारण | Causes of Migraine

माइग्रेन का सटीक कारण अभी पता नहीं है, वैसे तो यह माना जाता है कि यह मस्तिष्क में रसायन, नाड़ियों और रक्त कोशिकाओं में अल्पकालिक परिवर्तनों के वजह से होता है।

माइग्रेन का अनुभव करने वालों में से लगभग आधे से ज्यादा व्यक्तियों का कोई निकट रिश्तेदार भी इससे ग्रसित हो जाता है, जिससे वंशाणुओं का कारक होना माना जाता है।

कुछ व्यक्तियो में माइग्रेन के दौरे निम्न सहित कुछ विशिष्ट प्रेरकों से संबन्धित होता हैं :–

  1. माहवारी का आरम्भ होना
  2. मानसिक तनाव
  3. थकावट
  4. कुछ विशिष्ट आहार अथवा पेयजल

अंतिम शब्द 

मैं उम्मीद करता हूं की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको माइग्रेन मे क़्या सावधानियां रखनी चाहिए इस बात का पता चल गया होगा यदि आपके कोई मित्र है जिनमे माइग्रेन के लक्षण दिखाई देते है उन्हे ये पोस्ट अवश्य शेयर करें । यदि आपको मैग्रेन से रिलेटेड काफी ज्यादे समस्या है तो आपको Asian Neuro Center इंदौर से संपर्क करना चाहिए वो आपके इस समस्या का निदान करने में आपकी मदत करेंगे |

एशियन न्यूरो सेंटर जहां बेल्स पाल्सी (चेहरे का पक्षाघात) के उपचार में कुशल सर्वश्रेष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट स्थिति का आकलन करते हैं, गुणवत्ता देखभाल सुनिश्चित करने और आपके तंत्रिका संबंधी विकार बेल्स पाल्सी की सफल वसूली सुनिश्चित करने के लिए दवाएं देते हैं।

डॉ नवीन तिवारी

परामर्श न्यूरोलॉजिस्ट।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *