सिरदर्द (Headache) होना एक आम बात हो गया है । इसका एक कॉमन कारण लोगों की नींद न पूरा न होना है । खासकर युवाओं में होने वाले सिरदर्द और माइग्रेन (Migraine) में फर्क होता है, किंतु ज्यादातर लोग इस अंतर को नहीं समझ पाते । दोनों में एक बड़ा फर्क होता है सिरदर्द आपको इतना परेशान नहीं करता जितना माइग्रेन दर्द देता है । लम्बे समय तक इसे नजर अंदाज करने पर कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं । इसलिए समय रहते इन दोनों के फर्क को समझना आवश्यक है, ताकि इनसे जल्द से जल्द राहत हो सकें ।
हेल्थलाइन का रिपोर्ट कहता है की सिरो में दर्द होने पर एक खास तरह का दबाव महसूस होता है। अधिकतर मामलों में ये सिर के दोनों ओर होता है । कुछ खास मामलों में यह सिर के किसी हिस्से में हो सकता है जैसे- माथा, गर्दन के पीछे आदि। ये सभी सिरदर्द 30 मिनट से लेकर कुछ दिनों तक बना रह सकता है।
मेयोक्लीनिक की रिपोर्ट के हिसाब से, आमतौर पर होने वाले सिरदर्द के करण तनाव होते है । इसके अलावा मांसपेशियों में किसी तरह के दिक्कतो का होना और बेचैनी होने पर भी सिरदर्द की स्थिति बन सकती है।
माइग्रेन की बात करें तो यह सिरदर्द के मुकाबले अधिक गंभीर दर्द होता है । ऐसी स्थिति में सिर दर्द के अलावा भी शरीर में कई तरह के लक्षण दिखते हैं, जो बताते हैं कि मरीज एक आम सिरदर्द से नहीं जूझ रहा है अपितु वो माइग्रेन से परेशान है. माइग्रेन होने पर दिखने वाले लक्षणों में उल्टा होना, मिचली महसूस होना, एक आंख के पीछे या कान के पास दर्द महसूस होना, प्रकाश या शोर से चिढ़ना, अस्थायी तौर पर कुछ न दिखना जैसे लक्षण दिखते है|
मैं उम्मीद करता हूं की आपको समझ में आ गया होगा कि हर सर दर्द माइग्रेन नहीँ होता यदि आपको इसके बारे में विशेष जानकारी चाहिए तो Asian Neuro Center इंदौर से संपर्क करें।
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