माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति बहुत हद तक नार्मल नहीं रह पाता | उसके लिए ये दर्द कई तरीके के अवसाद लेकर आता है | ये अधिकतर 15 साल से 55 साल तक के लोगों में पाया जाता है |
एशियन न्यूरो सेंटर इंदौर में आपको इलाज के लिए उचित परामर्श मिलता है | माइग्रेन के कई लक्षण उसके रोगियों को इससे बचाव करने में सहायक होते हैं | कुछ रोगियों को दर्द, रौशनी से परेशानी और स्ट्रेस घर कर जाता है | कुछ बहुत तेज़ होने वाले पैनिक अटैक से इसका अंदाजा लगा सकते हैं | कुछ अपने शारीर में हो रहे बदलाव जैसे चिड़चिड़ापन, नसों में कसावट या अकडन और किसी भी कार्य में मन न लगना जैसे बदलावों से इसका पता लगा सकते हैं |
अब बात आती है जब किसी को माइग्रेन है तो इसके इलाज़ के लिए कैसे हम सही दिशा में कदम उठा सकें और अपने जीवन को इसके होने वाले परिणामों से बचा सकें |
एशियन न्यूरो सेंटर में इसके लिए अलग से एक विंग है जिसमें आप माइग्रेन के लिए अपना इलाज़ करवा सकते हैं | यहाँ आपको माइग्रेन के अटैक से और तेज़ सिर दर्द में सही इलाज़ दिया जाता है | वैसे अभी तक मेडिकल साइंस में इसकी कोई खास दवाई नहीं बनाई जा सकी है | ऐसे में इसके लिए कुछ खास बातों का ध्यान किसी सम्बंधित डाक्टर की देखरेख में रखने की आवश्यकता है | जिससे हम इसके बुरे प्रभाव को दूर रख सकते हैं | एशियन न्यूरो सेंटर के डाक्टर के सही परामर्श और देखरेख में आप इसकी बहुत सी परेशानियों से मुक्ति पा सकते हो |
पूरी नींद लेना : हम आज की इस तेज़ भागदौड़ जिंदगी में आराम करना मानो भूल ही गए हैं | आराम के लिए सबसे सही आपकी नींद को माना गया है | नींद हमारे पूरे सिस्टम को तरोताज़ा होने में मदद करती है, हमारे दिनभर के काम की वजह से हुई थकावट और किसी भी हल्की चोट को सिर्फ नींद के सहारे से ही सही किया जा सकता है | माइग्रेन के केस में भी कुछ ऐसा ही है | अगर सही समय से नींद ली जाये तो हम माइग्रेन के खतरे को कुछ हद तक दूर कर सकते हैं | हमें बस अपने सोने और जागने के समय का सही तरह से पालन करना है |
तनाव को भगाना : आज के दौर में हमें कई अलग अलग पहलुओं पर काम करना होता है | जिसकी वजह से हमरे मन में कहीं न कहीं तनाव घर कर ही जाता है | ये तनाव बहुत सी बिमारियों का कारक होता है | इससे बचने के लिए अपने घरवालों के साथ अच्छा समय बिताएं | मनोरंजन के लिए बाहर घूमने जाएँ या कोई फिल्म देखने जाएँ | अपने परिवार के साथ समय मिलने पर सप्ताह के अंत में या जब भी समय मिले तो लम्बी दूरी की यात्रा करें | नए लोगों से मिलें | नए तौर तरीके सीखके भी आप तनाव को दूर रख सकते हैं |
सही मात्रा में पानी : पानी हमारे शारीर को अन्दर से उर्जावान रखता है | पानी की कमी कुछ हद तक गैस और कई बीमारीओं की जड़ बन जाती है | इसलिए पानी कि सही मात्रा शारीर में बनाए रखना ज़रूरी है |
सही भोजन लेना : हमारे खानपान से हमारे शारीर में कोलेस्ट्रोल और रक्त सम्बन्धी कई बीमारी हो जाती हैं | फ़ास्ट फ़ूड, तेज़ मसाला, जयादा चिकनाई, पैकेट वाला खाना हानिकारक होता है | जितना हो सके घर का बना साफ सुथरा खाना उपयोग में लेना चाहिए |
व्यायाम : माइग्रेन से बचाव के लिए व्यायाम को बहुत उपयोगी माना गया है | अगर सही तरीके से व्यायाम किया जाये तो शारीर का पूरा तंत्र अच्छी तरह से काम करता है | मन स्थिर और कोशिकाएं अपना काम सही तरीके से करती हैं | इसमें आप योग को भी अपने रोजाना के व्यायाम में शामिल कर सकते हैं |
अगर आपको माइग्रेन है तो आपको एक बार ज़रूर एशियन न्यूरो सेंटर जाकर सही सलाह लेनी चाहिए | यहाँ से सही दिशा और दवाइयां प्राप्त कर माइग्रेन से पा सकते हैं | आपको अपनी जीवनशैली और दवाइयों का ध्यान रखना ज़रूरी है |
एशियन न्यूरो सेंटर जहां बेल्स पाल्सी (चेहरे का पक्षाघात) के उपचार में कुशल सर्वश्रेष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट स्थिति का आकलन करते हैं, गुणवत्ता देखभाल सुनिश्चित करने और आपके तंत्रिका संबंधी विकार बेल्स पाल्सी की सफल वसूली सुनिश्चित करने के लिए दवाएं देते हैं।
परामर्श न्यूरोलॉजिस्ट।